श्री साईं बाबा आरती (१)
आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा । चरणों के तेरे हम पुजारी साईँ बाबा ॥ विद्या बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो । तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो ॥ हे जगदाता अवतारे, साईँ बाबा । आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥ ब्रह्म के सगुण अवतार तुम स्वामी । ज्ञानी दयावान प्रभु अंतरयामी ॥ सुन लो विनती हमारी साईँ बाबा । आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥ आदि हो अनंत त्रिगुणात्मक मूर्ति । सिंधु करुणा के हो उद्धारक मूर्ति ॥ शिरडी के संत चमत्कारी साईँ बाबा । आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥ भक्तों की खातिर, जनम लिये तुम । प्रेम ज्ञान सत्य स्नेह, मरम दिये तुम ॥ दुखिया जनों के हितकारी साईँ बाबा । आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥